what is t+1 settlement | what is t+1 settlement in Hindi

सेबी ने शेयर बाजार में किया एक नया नियम लागु जिसे टी +1 सेटलमेंट कहाँ गया आखिर यह सेटलमेंट क्या है (What Is T+1 Settlement In Hindi ) सेबी ने 1 जनवरी टी +1 सेटलमैंट लागु करने के लिए कहाँ है

What Is T+1 Settlement

What Is T+1 Settlement In Hindi

निवेशकों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी की बात है सेबी ने मंगलवार को कहा की वह 1 जनवरी से t+1 सेटलमेंट को लागु करने का प्रस्ताव रखा है यह प्रस्ताव शेयर लेनदेन के चक्र को छोटा करने के लिए रखा है इस प्रस्ताव के तहत अब शेयर मार्किट में जहाँ शेयर को खरीदने और बचने में जो समय लग रहा था उस समय को कम करने के लिए यह नियम लागु किया जा रहा है इस नियम को लागु करने के शेयर लेनदेन के प्रोसेस में लगने वाले समय को कम करना है इसके कारण हमे शेयर की डिलवेरी भी जल्दी मिलेगी और हमारा समय भी बचेगा

क्योकि जैसा की आप जानते है की हम जब भी किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते है तो हम जिस दिन वो शेयर खरीदते है हमे वो शेयर हमारे डीमैट अकाउंट में उसी दिन नहीं जोड़े जाते है वो हमारे डीमैट अकाउंट अगले दिन जोड़े जाते है और जब भी हम शेयर बेचते है तो हमारे शेयर के पैसे जब हम अपने डीमैट अकाउंट से बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करते है तो उसमे भी दो दिन का समय लगता है उसे (t+2 सेटलमेंट )कहाँ जाता है

जब स्टॉक एक्सचेंज t+1 सेटलमेंट साइकिल को लागु कर देंगे तो इसके बाद जो शेयर की डिलीवरी हमे दो दिन के साइकिल प्रोसेस में मिलती थी वो हमे एक ही दिन मिलने लग जाएगी और शेयर बेचने के बाद जब फण्ड ट्रांसफर करेंगे तो सारा फण्ड बैंक अकाउंट में उसी दिन ट्रांसफर हो जायगा

official website sebi…

what is t+1 settlement meaning

आज हम जानेगे t+1settlement का मतलब क्या होता है( What Is T+1 Settlement) इसका मतलब ट्रैड- प्लस- वन होता है इस t+1 सेटलमेंट के तहत शेयर खरीददार को डीमैट खाते में शेयर एक ही दिन में मिलगे और विक्रेता को व्यापार के अगले दिन शेयर मिलगे सेबी ने इस निपटान चक्र का प्रस्ताव किया है की इस निपटान चक्र के तहत शेयर बाजार में शेयर का लेनदेन का प्रोसेस एक ही दिन में सेटलमेंट हो जाये और इसके लिए हमारे एक्सचेंज शुरुआत में उन शेयर को चुनेगी जिनकी निपटान की पेशकश वो अगले दिन करना चाहती है

what is t+2 settlement meaning

t+2 का मतलब ( ट्रैड प्लस टू ) है इस सेटलमेंट के तहत यह प्रोसेस दो दिन में पूरा होता है मतलब जब किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते है तो हमारे डीमैट अकाउंट में आने में दो दिन का समय लगता है और जब हम शेयर को बचते है तो तब भी उतना ही समय लगता है और शेयर बचने के बाद जब हम उस पैसे को हमारे अकाउंट में ट्रांसफर करते है तो उसमे भी दो दिन का समय लगता है इस प्रकार यह था t+2 सेटलमेंट ।

t+1 settlement india

यह सेटलमेंट भारत के शेयर बाज़ारो के लिए है जिसको सेबी कुछ दिनों बाद लागु करने जा रहा है और यह सेटलमेंट भारतीय शेयर बाजार में शेयर के लेनदेन के निपटान चक्र को छोटा करने के लिए लागु किया जा रहा है भारतीय प्रतिभूति और विनमये बोर्ड ने यह फैसला लिया है की 1 जनवरी 2022 से t+1 सेटलमेंट जारी कर दिया जाएगा और

t+1 settlement date

sebi t+1 सेटलमेंट 1 जनवरी से लागु करेगी जिसमे अभी समय है सेबी इस नियम को अभी लागु नहीं करने जा रही यह नियम 1 जनवरी 2022 तक लागु हो सकता है तब तक हमे इंतजार करना होगा और देखना होगा की यह कितना प्रभावी है और कारगर है और यह भी देखना होगा की यह काम कैसे करता है इसलिए सेबी ने इस प्रस्ताव को 1 जनवरी से रखने का फैसला किया है

आज हमने इस पोस्ट या आर्टिकल के जरिये जाना की t+1 सेटेलमेंट क्या होता है (What Is T+1 Settlement ) और यह कैसे काम करता है अगर इस पोस्ट की जानकारी अच्छी लगी तो कमेंट करके जरूर बताये और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ और अपने सोशल मीडिया पर शेयर करना भूले धन्यवाद ।

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