Stock Market Charges क्या हैं – SEBI Charges क्या हैं?

Stock Market Charges:- आज हम इस लेख के जरिए स्टॉक मार्केट चार्जेस के बारे मे जानेगे की बहुत से लोग शेयर बाज़ार में Trading या निवेश करने वाले सामान्य निवेशकों में से ज्यादातर Stock Market Charges को नहीं समझते है इसलिए आज हम stock market charges के बारे मे विस्तार से जानेगे

Stock Market Charges- शेयर खरीदने और बेचने पर Tax and Charges

STOCK MARKET CHARGES- शेयर खरीदने और बेचने पर TAX AND CHARGES
स्टॉक मार्केट में सभी सौदों (खरीद या विक्री) के ऊपर कुछ चार्ज लगते है, जिन्हें stock market charges कहा जा सकता है, जो की एक शेयर खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक के मूल्य के साथ दिए जाने स्टॉक ब्रोकर कमीशन और टैक्स भी कहे जा सकते है,आज हम इसी stock market charges के बारे में बात करेंगे,

यहाँ पर हम बात करेंगे, stock market charges के उन कॉमन चार्जेज के बारे में जो कि खास तौर से equity segment में लगते है,

ब्रोकरेज चार्जेज(STOCK BROKERAGE) क्या होता है?

STOCK BROKERAGE वो चार्ज होता है, जो हमारा स्टॉक ब्रोकर, स्टॉक खरीदने या बेचने पर COMMISON/BROKERAGE के रुपे में लेता है, इसे BROKERAGE या BROKERAGE FEE के नाम से जाना जाता है,

ध्यान रहे, सभी स्टॉक ब्रोकर, अकाउंट खोलते समय ही आपको बता देते है, कि वो स्टॉक मार्केट के अलग अलग सेगमेंट और स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग टाइप में आपसे कितना BROKERAGE लेंगे,

ट्रेडिंग टाइप इन स्टॉक मार्केट

सबसे पहले इस बात को समझे कि स्टॉक मार्केट में दो तरह की ट्रेडिंग होती है,

इंट्रा डे ट्रेडिंग – जिस दिन खरीदना , उसी दिन बेचना,
पोजीशनल ट्रेडिंग (डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग) – खरीदने के अलगे दिन या उसके बाद कभी भी बेचना,
ट्रेडिंग SEGMENT OF स्टॉक मार्केट
और स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के अलग अलग सेगेमेंट भी बनाये गए है

ट्रेडिंग segment of स्टॉक मार्केट

Equity segment – जिसमे सिर्फ स्टॉक ख़रीदे और बेचे जाते है,
Derivative Segment – जिसमे stocks future और stocks option ख़रीदे और बेचे जाते है,
Commodites segement – जिसमे commodites future और commodites option ख़रीदे और बेचे जाते है,
Currencies segement – जिसमे Currencies future और Currencies option ख़रीदे और बेचे जाते है,
ये चार स्टॉक मार्केट में मुख्य segement है जिसमे लोग ट्रेडिंग करते है, चाहे वो इंट्रा डे ट्रेडिंग, हो या पोजीशनल ट्रेडिंग, अब ऐसे में इन अलग अलग segement में चार्जेज भी अलग अलग होते है,

आप जिस भी segement में ट्रेडिंग करने जा रहे है, उस segment में लगने वाले चार्जेज के बारे में अपने स्टॉक ब्रोकर से जरुर पता करे ले, ताकि आपको अपने सौदों पर लगने वाले सभी तरह के चार्जेज के बारे में अच्छी तरह से पता हो,

और खासकर जो लोग Intraday Trading करते है, वह तो अपने Contract Note यानी Bill को बहुत कम ही देखते है।

ऐसे लोग जिस दिन उन्हें मुनाफा होता है, उसी दिन Contract Note को देखते है।

जिस दिन नुकसान होता है, उस दिन तो देखते ही नहीं है।

लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए।

अक्सर हम किसी और चीज़ की खरीद बिक्री पर लगने वाले Tax और Charges को जरूर देखते है।

तो फिर Stock Market में लगने वाले Charges और Tax को भी समझना चाहिए।

जिस से हम यह अनुमान लगा सके की हमारे कितने मुनाफे में से हमारे पास कितना मुनाफ़ा सच में आएगा।

और ऐसा न हो की हमारी किसी खरीद बिक्री पर हमसे ज्यादा हमारा Broker कमा ले।

इसके अलावा हम अलग अलग Broker के Brokerage और अन्य charges की तुलना कर के ही हमारे लिए अच्छा Broker चुन सकते है।

तो आज हम इसी लिए Stock Market Charges की बात करेंगे।

Stock Market Charges क्या है ? -स्टॉक मार्केट चार्जेज

शेयर बाज़ार में शेयर की खरीद या बिक्री free में तो नहीं हो सकती क्युकी यह एक पूरी system है।

और इस system को चलाने के लिए खर्च भी होता है।

साथ ही इस system में काम करने वाले लोगो को पैसा भी तो चाहिए।

इस लिए शेयर बाज़ार में खरीद बिक्री करने पर हमे हमारी खरीद बिक्री के अनुसार कुछ charges देने पड़ते है।

इन सभी को मिलाकर हम Stock Market Charges कह सकते है।

Stock Market Charges क्या है और कितने होते है ?

Stock Market Charges की सूचि :
Brokerage (दलाली)
STT (Security Transaction Tax
Exchange Transaction Charges
GST (Goods & Services Tax)
DP Charge (Depository Participant Charge)
SEBI Charges
STAMP Charges
अब हम इन सभी charges को बारी बारी से समझेंगे और जानेंगे की यह कितने होते है।

Stock Market Charges में Brokerage क्या होता है?

हम यह जानते है, की हम शेयर बाज़ार में कोई भी खरीद बिक्री किसी broker के द्वारा ही कर सकते है।

यह broker हमें खरीद बिक्री करने की और अन्य सुविधाए देने के बदले में हमसे कुछ charge लेता है।

इनमे से जो charge हमारी खरीद बिक्री पर लगता है , उसे brokerage (दलाली) कहते है।

यह brokerage अलग अलग तरह के broker अलग अलग तरह से चार्ज करते है।

जैसे Discount Broker यह brokerage बहुत कम लेते है।

और Regular या Full Service Broker यह brokerage खरीद बिक्री में हुए Turnover के कुछ % तक लेते है।

जैसे Upstox जो की एक Discount Broker है, वह शेयर की Intraday Trading में 20 रुपए प्रति Order या कुल Turnover का 0.05 % दोनों में से जो कम हो उतना Brokerage लेता है।

उदाहरण के तौर पर अगर किसी ने 200 रुपए में कंपनी A के 1000 शेयर ख़रीदे और उसी दिन 202 रुपए में बह दिए।

ऐसे में Upstox में उसको Brokerage कुल Turnover 402000 पर 0.05% यानी 201 होगा।

जबकी खरीदने और बेचने के दो order के हिसाब से 20 x 2 यानी 40 रुपए होगा।

अब इनमे से कम तो 40 रुपए है, इस लिए उसे 201 के बजाए सिर्फ 40 रुपए का brokerage ही लगेगा।

STT (Security Transaction Tax) क्या होता है ? सिकियॉरिटी ट्रांजक्शन टैक्स

STT का फुल फॉर्म है Securities Transaction Tax

STT भारत में किसी भी RECOGNIZED स्टॉक एक्सचेंज से SECURITES TRANSACTION (BUY OR SELL) के समय लगाया जाता है,STT सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा तय किया जाता है, और कितने प्रतिशत चार्ज किया जाता है

यह सरकार द्वारा किसी exchange पर किसी security के Transaction पर लिया जाता है।

जिसमे शेयर, Futures & Options और अन्य Securities सामिल है।

STT के सम्बन्ध में एक खास पॉइंट जो याद रखनी चाहिए वो ये कि INTRA DAY में STT किसी स्टॉक बेचने पर ही लगायी जाती है, जो कि फ़िलहाल है 0.025% ON THE SELL SIDE, Intraday Trading में सिर्फ बेचने के order पर STT 0.025 % बेचने के Transaction पर लगता है।

जबकि DELIVEERY BASED ट्रेडिंग में STT किसी स्टॉक को खरीदने और बेचने पर दोनो बार लगायी जाती है, जो कि फ़िलहाल है 0.1% ON BUY AND SELL BOTH SIDE

जैसे किसी ने कंपनी A के 1000 शेयर 200 रुपए में ख़रीदे और दिन ख़त्म होने से पहले 202 रुपए में बेच दिए।

तो उसका STT = 202 x 1000 x 0.025 % = 50.5 रुपए होगा।

यदि वही शेयर को वो दूसरे दिन 210 रुपए में बेचता है, तो उसे खरीदते वक्त STT = 200 x 1000 x 0.025 % = 50 रुपए लगेगा।

इसके अलावा बेचते वक्त STT = 210 x 1000 x 0.025 % = 52.5 रुपए लगेगा।

इस तरह उसे कुल STT 102.5 रुपए देना होगा।

अगर वह Futures को trade करता है, तो STT 0.01 % बेचने के Transaction पर लगता है।

तथा Equity Options में STT 0.05% बेचते वक्त Premium पर ही लगता है।

Exchange Transaction Charges क्या होते है ?-स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं

TRANSACTION CHARGES या जिसे TURNOVER CHARGES भी कहा जाता है, जो कि स्टॉक एक्सचेंज द्वारा Exchange transaction charges + Clearing charges के रूप में लगाया जाता है, फ़िलहाल EQUITY SEGMENT में ये चार्जेज है – NSE: 0.00325% और BSE 1.50 each on buy trade & sell trade

यह Charges NSE और BSE जैसे Stock Exchange द्वारा लिए जाते है।

अगर आप NSE के जरिए शेयर खरीदेंगे तो आपको Intraday या फिर Delivery में कुल Transaction के 0.00325 % लगेगा।

जैसे ऊपर के उदाहरण में Intraday पर कुल Transaction 4.02 लाख के Transaction पर 402000 x 0.00325 % = 13.065 रुपए लगेगा।

और Delivery लेकर बेचने पर कुल Transaction 410000 होगा।

जिसमे कुल Transaction Charge 13.325 रुपए लगेगा।

वही BSE पर इन दोनों के लिए charges 0.00325 % के बदले सिर्फ 0.003 % ही लगेगा।

इसके अलावा Futures Trading पर 0.0019 % और Options पर 0.05 % लगता है।

जीएसटी चार्जेज –GST Charges (जो पहले सर्विस टैक्स के रूप में था) क्या होता है?

GST (Goods & Services Tax) क्या है ? :– सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा स्टॉक मार्केट सर्विसेज के ऊपर लगाया जाने वाला टैक्स जो पहले सर्विस टैक्स के नाम से लगाया जाता था, जो जुलाई 2017 में GST लागु होने के बाद GST चार्जेज के नाम से टैक्स लगाया जा रहा है, GST चार्जेज के सम्बन्ध में एक चीज याद रखने वाली है कि फ़िलहाल GST की रेट 18% है, जो कि पुरे TURNOVER पर नहीं बल्कि टर्नओवर पर लगाये गए brokerage + transaction charges के ऊपर लगाया जाता है,

GST यानी Goods and Services Tax है, जो साल 2017 से भारत सरकार ने Service Tax के तौर पर शुरू किया था।

शेयर की खरीद बिक्री पर लगे हुए Brokerage और Transaction Charges को मिलाकर मिली हुई राशि पर 18 % का GST लगता है।

जैसे ऊपर हमने जो Intraday का उदाहरण लिया उसमे Brokerage 20 रुपए और Transaction Charges 13.065 रुपए है।

तो उस हिसाब से 40 + 13.065 = 43.065 पर 18 % यानी 9.55 रुपए GST लगेगा।

चाहे NSE हो या BSE तथा Intraday हो या Delivery हो GST तो 18 % ही लगता है।

Gst Full Form GST कैसे काम करता है और कितने प्रकार का होता है

DP Charges क्या होते है ? DP (Depository participant) charges क्या होता है,

DP चार्जेज The National Securities Depository Ltd (NSDL) and the Central Depository Services India Ltd (CDSL) द्वारा लगाया जाने वाला चार्जेज है,

जब भी आप अपने Demat Account से किसी शेयर को बेचते है, तब DP charges यानी Depository Participant Charges लगते है।

यह charges Depository (NSDL या CDSL) और Broker दोनों मिलकर लगाते है।

CDSL इसके लिए 5.5 रुपए चार्ज लेती है, तथा NSDL 4.5 रुपए चार्ज लेती है।

DP Charge का बाकी का हिस्सा Broker द्वारा लगाया जाता है, जो अलग अलग broker के लिए अलग अलग होता है।

जैसे zerodha के लिए यह charge 8 रुपए लेता है।

इसलिए zerodha पर आपको किसी शेयर अपने Demat Account से बेचने पर कुल 13.5 रुपए लगता है।

यहाँ पर ये ध्यान रखे की DP Charges शेयर की Quantity के अनुसार नहीं लगते।

यानी आप अपने पास से एक बार में 1 शेयर बेचो या 1000 शेयर एकसाथ बेचो उस पर 13.5 रुपए हर बार लगेगा।

आपका DEMAT ACCOUNT जिस ब्रोकर के पास से है, वहा से आप DP चार्जेज के बारे में पता कर सकते है,

SEBI Charges क्या होते है ? SEBI TURNOVER CHARGES क्या होता है?

SEBI TURNOVER CHARGES : SEBI द्वारा स्टॉक एक्सचेंज पर किये जाने वाले ट्रेड के बदले लगाया जाने वाले FEES है ,जो की फ़िलहाल है ₹15 / crore जैसा कि हम यह जानते है की SEBI Capital Markets का Regulator है।

इसलिए वह शेयर की हर खरीद बिक्री को मिलाकर कुल Transaction पर कुछ चार्ज लेती है।

यह चार्ज हर 1 करोड़ के Transaction पर 5 रुपए के हिसाब से लेती है।

यानी अगर आपका Transaction 1 करोड़ का हुआ तो 5 रुपए , 10 लाख का हुआ तो 50 पैसे और 1 लाख का हुआ 5 पैसा charge करती है

STAMP Charges क्या है ? STAMP DUTY क्या होता है?

STAMP DUTY : किसी भी राज्य द्वारा लगाया जाने वाला टैक्स फ़ीस होता है, जो की निवेशक के अपने ADDRESS में आने वाले राज्य द्वारा तय किये गए RATE के अनुसार लगाया जाता है यह charge अलग अलग राज्य के लिए यह Charge अलग अलग होता है।

Stamp Charges हम जिस राज्य में रहकर शेयर की खरीद बिक्री करते है, उस राज्य की सरकार द्वारा लगाया जाता है।

example : अगर हम महाराष्ट्र की बात करे तो EQUITY सेगमेंट में STAMP DUTY फीस है –

जैसे Gujarat के लिए यह charge 0.015 % है।

इंट्राडे में – 0.002% और डिलीवरी ट्रेडिंग में 0.01%

आप भी stamp duty टेक्स के बारे मे जानना चाहते तो आप भी अपने ब्रोकर के पास से आपके राज्य में लगने वाले STAMP DUTY का रेट पता लगा सकते है,

निष्कर्ष :

आज हमने इस लेख के जरिए सभी Stock Market Charges के बारे मे जाना अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो हमे कमेन्ट करके जरूर बताये इसके साथ अगर आपका demat या trading अकाउंट नहीं तो अभी Upstox पर अपना अकाउंट खोल सकते है जो की एक Discount Broker है, इस पर Trading और Demat अकाउंट free मे खोल सकते है तो जल्दी से free मे यहा से अपना Trading और Demat Account खुलवाए .

आशा है, आप इस लेख के जरिए STOCK MARKET CHARGES के बारे में समझ पाए होंगे ,अगर आपका कोई भी सवाल हो इस से जुड़ा तो आप नीचे कमेंट द्वारा पूछ सकते है इसके साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे धन्यवाद ।

धन्यवाद।

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